JNU के बाद अब जादवपुर विश्वविद्यालय में भी अफजल समर्थक नारेबाजी कर रहें हैं । कितनी शर्मनाक बात हैं कि जिस देश में जी खा रहें हैं , उसी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं ।क्या इन्हें छात्र कहना उचित हैं ? छात्र विनम्र होने चाहिए । छात्र को नैतिक अनैतिक का अन्तर पता होना चाहिए । इन लोगो को अन्दाजा नहीं हैं कि ये किस हद तक जा रहे हैं ।
Abhijit Pathak