हम वैश्वीकरण के युग में जी रहे हैं । वैश्वीकरण यानि दुनिया एक बाजार हैं , जहाँ हर देश के लिए एक दूसरे के दरवाजे खुले हुए हैं । इसी का देन है कि आज भारतीय अर्थव्यवस्था ने तेज गति से आगे की ओर बढ़ना शुरु कर दिया हैं । वैश्वीकरण की वजह से एक बड़ा फायदा हैं कि इससे पहले खरीददार को एक दायरे में रहकर चिजें लेने का ही मौक़ा मिलता था लेकिन अब वह अपने मन मुताबिक चिजों को बिना किसी दायरे में रहे बिना ले सकता हैं ।
एक रिपोर्ट की माने तो जहाँ भारत में 1991 से पहले हर साल सिर्फ 1.50 लाख कारे खरीदी जाती थी , जो आज ग्लोबलाइजेशन की वजह से ही बढ़कर 18 लाख सालाना हो गई हैं । लाइसेंस और परमिट राज्य खत्म होने की मुख्य वजह यह ही हैं । और ज्यों ही लाइसेंस और परमिट राज्य का खात्मा हुआ ,भारत में लघु और मध्यम उद्योगों को आसानी हो गई ।
भारत की बेरोजगारी और गरीबी को भी कुछ हद तक इसने कम किया ।
Abhijit Pathak