मनोहर पर्रिकर ने कहा, ‘‘जांच यह स्पष्ट कर देगी कि रिश्वत के रूप में कितनी राशि और किसे दी गई लेकिन जिस तरीके से सौदा किया गया और एक विशेष कंपनी को लाभ पहुंचाने के प्रयास किए गए, उसके बारे में उस समय सत्ता में रहे लेागों को जवाब देना होगा।उन्होंने कहा वह इस मुद्दे पर अधिक बात नहीं करेंगे क्योंकि यह मामला संसद में सुलझाया जाना है।’’
पर्रिकर ने यहां एक समारोह के इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘विवाद का प्रश्न यह है कि अगस्ता सौदे में किसने धन लिया। सौदा होने के समय सत्ता में रहे लोगों को जवाब देना होगा। इतालवी अदालत ने स्पष्ट रूप से कहा कि 125 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। उसने कुछ नामों का भी खुलासा किया था। उस समय की सरकार को जवाब देने की जरूरत है।
पर्रिकर ने शहर के चीड़बाग में शहीद स्मारक की आधारशिला रखने के बाद संवाददाताओं से यह बात की।