अमेरिका के फ्लोरिडा में एक बार फिर से 13 जून की ग्ले क्लब की ही तरह फायरिंग हुई, फ्लोरिडा के एक नाइट क्लब में हमलावर आता हैं और फायरिंग करना शुरू कर देता है. इस हमला के दौरान अंधाधुंध फायरिंग में 17 लोगों पर गोलियां चलती है. जिनमें से 2 की मौके पर ही मौत हो जाती है और 15 लोग जख्मी हो जाते है. ये सूचना ली काउंटी शेरिफ ऑफिस के जरिए मिली. जिसके मुताबिक करीब 1 बजे रात में टीन नाइट इवेंट के दौरान क्लब में अंधाधुंध फायरिंग की जाने लगी. गोलियां 17 लोगों पर चलाई गई, जिनमें 2 लोग मारे गए और 15 की हालत गंभीर है. अभी तक फायरिंग करने वाले की कोई जानकारी नहीं लग पाई है.

फ्लोरिडा शहर में गोलीबारी की दूसरी घटना-
पिछले महिनें में 13 जून को फ्लोरिडा के एलजीबीटी नाइट क्लब में इसी तरह के हमलें में 53 लोगों की मौत हो गई थी. अमेरिका के इतिहास में किसी भी गोलीबारी में अब तक इतनी संख्या में लोग नहीं मारे गए थे.
इस घटना की जिम्मेदारी ISIS ने ली थी.
दैनिक भास्कर के मुताबिक-
पिछले सालों में अमेरिका में 53 हजार छोटे मामलों के साथ 330 बड़े गोलीबारी के मामले सामने आए है.
96 मामले बार और क्लब में पार्टी के दौरान हुए है.
83 मामलों में गैंग ने फायरिंग की थी.
इनमें 68 मामलें घरेलू लड़ाई के बाद फायरिंग के दौरान हुए दर्ज है.
54 मामलें ऐसे है जिनका अमेरिकी पुलिस ने पता ही नहीं लगा सकी कि कौन जिम्मेदार है.
12 मामले लूट के थे.
इनमें से 6 आतंकी हमले भी थे.
इन 6 आतंकी हमलों में से 2 की जिम्मेदारी ISIS ने लिया.
ओबामा की गन पॉलिसी
ओबामा की गन पॉलिसी को समझना भी इस मामलें में जरूरी सा लगता हैं क्योंकि अमेरिका में पिछले कुछ सालों में फायरिंग की घटनाएं बढ़ी है. जिसके बाद ओबामा नें इस पर लगाम लगाने की बात कही थी. एक प्रोग्राम मे चर्चा के दौराम ओबामा रोने भी लगे थे. जिनमें मासूम बच्चों पर गोलियां चलाई गई थी और मौते हुई थी.
संसद में बहुमत ना मिल पाने का रोना रोते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि हम बंदूकों के लाइसेंस पर सख्त कंट्रोल के फेवर में है.
बीतें दिसंबर महिनें में ही ओबामा ने इस पर काम करना शुरू कर दिया था लोकिन डेमोक्रेट्स का कहना हैं कि गन लॉबी इन दिनों अमेरिकी कांग्रेस को अपने काबू में रखती हैं.
मतलब ये निकलता हैं कि अमेरिका में सरकारों की चक्कर में बेगुनाहों की मौतें हो रही है.