#ओजसमंत्र से अब तक मैनें अर्धसहस्त्र(500) के करीब अपने विचार और बातें कही है. आप अगर इससे सहमत ना हो तो अपना विरोध एक लिहाज में रहकर जरुर करें, क्योंकि कुछ लोग कमेंट करते समय अपनी हदें भूल जाते है और अपने आपको मुझसे बड़ा हिन्दू दर्शाने की कोशिश करने लगते है. कुछ लोग ज्यादा राष्ट्रवादी बनने लगते है और कुछेक हद से ज्यादा उच्च जाति और विचार वाले. मानवप्रेम मेरे लिए प्रमुख है, उसके बाद मै विश्व को अपना घर समझने वाले भारत से हूं, उसके बाद किसी हिंदू धर्म में ब्राह्मण पिता से पैदा हुआ बेटा हूं. मै अपनी पहचान खोना नहीं चाहता और आप अपनी पहचान अक्सर भूल जाया करते है.
#ओजस