नोटबंदी नकली नोट में कमी लाने के लिए लाई गई, लेकिन इसका ठीक उल्टा हो रहा है. पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश से नकली करंसी लगातार भारत में आ रही है और पकड़ी जा रही है.
उम्मीदें यह लगाई जा रही थी कि आर्थिक सुधार बहुत जल्दी तूल पकड़ लेगी लेकिन नकली नोट के साथ पकडे़ जा रहे रैकेट, लाइनों में लगी जनता को निराश कर रहे है.
अभी हाल ही में आगरा में पकड़े गए एक गिरोह के जरिए ऐसी सूचना मिली है. आगरा पुलिस ने राकेश नाम के युवक के साथ मुबशरा नाम की युवती को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ शुरू हुई तो चौंकाने वाली जानकारी मिली.
नकली नोट पाकिस्तान से सीधे, बांग्लादेश से पश्चिमी बंगाल होते हुए, नेपाल से बिहार होते हुए; पश्चिमी यूपी तक आ रहे है.
कैराना, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ और बिजनौर में ऐसे गिरोह ज्यादा सक्रीय है. वेस्ट यूपी के इन इलाकों से कई आतंकवादी भी पकड़े जा चुके है. खुफिया एजेन्सी देशविरोधी हरकतों में शामिल लोगो पर कार्रवाई कर चुकी है.
इसके लिए सरकार को बहुत ही बड़े पैमाने पर काम करने की जरुरत है. नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब आर्थिक सुधार को आर्थिक गड़बड़ी नाम दे दिया जाएगा और कैबिनेट बस देखता रह जायेगा. इन मुद्दों पर गंभीरता दिखाने की जरुरत है.
-अभिजीत पाठक(विश्लेषक)