#NitishQuits #NitishResigns #NitishGharWapsi
क्या बिहार की जनता इस गठबंधन को स्वीकार कर सकती है,. क्योंकि जब बिहार विधानसभा चुनाव में जनता को बरगलाने का काम किया जा रहा था और धर्म-जाति आधारित वोटबैंकिंग का मुखौटा तैयार करने में जुटी राजनीतियां पार्टियां दो तरीके से सत्ता में आने का आश्वासन दे रही थी. तो उस समय लोगों ने मौजूदा समय में बने गठबंधन के गतिरोध और पक्ष में वोट किए थे.
जैसे कि जिन लोगों ने नीतीश को वोट दिया, वो सुशील मोदी के पक्ष में नहीं रहे होंगे. ठीक इसी प्रकार जो कार्यकर्ता सुशील मोदी को अपना सीएम बनाना चाह रहे थे, वो नीतीश को सीएम नहीं बनना देना चाह रहे थे.
भले ही ये प्रकरण संविधान के हिसाब से उचित हो, लेकिन जनादेश के लिहाज से जनता के निजता का हनन है. जिसे मै अनुचित ठहराता हूं.