सावधान! हर जिले में माॅक पार्लियामेंट का गठन बीजेपी की आम चुनाव के लिए कैपेनिंग भी हो सकती है.
मन की बात सुनने में अबकी बार देरी हो गई. 2 बजकर 26 मिनट पर मैंने मन की बात पूरी तन्मयता से सुनी. पीएम मोदी ने अपने स्पीच की शुरूआत ईसा मसीह और बाइबिल में उल्लिखित सेवा भाव से की. आगे उन्होनें कहा कि हमें गुरू गोविंद सिंह के 150वें प्रकाश पर्व में पटना के एक कार्यक्रम में शिरकत करने का अवसर मिला.
मुझे लगा कि आगे बाक़ी के धर्मों से जुड़ी और चीज़े भी होगी. लेकिन मैंने गलत उम्मीद कर ली थी. पीएम मोदी आम चुनाव के प्रचार में लग गए. उन्होनें कहा कि 2018 में जो नए वोटर शामिल होने जा रहे हैं. वो 21वीं सदीं के वोटर होंगे. उन्हें तय करना होगा कि भारत में सकारात्मक बदलाव कैसे हो! मेरा मन तो कर रहा था कि पूंछू कि बिना अच्छे दिन आए बगैर सकारात्मक बदलाव कैसे होगा.
सम्प्रदायवाद पर मोदीजी तो बिफर गए और संबोधन में यहां तक कह दिया कि इससे हिंसा फैलाई जाती है.
आगे पीएम मोदी ने अपनी दिली इच्छा जाहिर कर ही दी और कहने लगे कि मै चाहता हूं कि भारत के सभी जिलों में माॅक पार्लियामेंट का गठन किया जाए, जिससे 2022 तक भारत को बदला जा सके.
मुझे तो ये 2019 उबरने के लिए बनाई गई नांव जैसी लग रही है.
#ओजस
Por isso são uum ρoսco mais complexos. Então, não desista.
LikeLike