हमारी बड़ी दीया की विवेकशीलता हम सभी से कहीं ज्यादा बेहतर है. बड़ी दी के शादी के साल मैं महज 10 साल का था और 5वीं में पढ़ता था. हमारे तीन बाबा के घराने में नूतन दी सबसे बड़ी पौत्री हैं. ऐसा नहीं है कि मेरे उनसे झगड़े नहीं हुए या वो लंबे समय तक मुझसे खफा नहीं होती लेकिन उन्हें मेरी परवाह नहीं थी, रही या होगी.. इसका सवाल ही नहीं उठता है. पापा, कुसुम बुआ और ब्यूटी दी में एक समानता है. ये तीनों लोग बहुत जल्दी भावुक नहीं होते, जितना हो सकता है अपने को मजबूत रखते हुए छोटों को समझाने की कोशिश ही करते दिखते हैं.
ब्यूटी दी जिस दिन आपकी विदाई हो रही थी, आपके जाने के बाद मैंने पिताजी की आंखों को आंसुओं से भरा देखा. शायद अपने जीवन में मैंने पहली बार अपने पापा को ऐसे भावुक होते देखा. वो समय, जब भैया वाराणसी चले गए और फिर दिल्ली आये. ब्यूटी दी पापा के बेटे की भूमिका में ही रहीं. पापा कोई भी मशविरा करना होता, कोई पुरानी जानकारी या वाकया सब दीदी को याद रहता. जैसे घर बनाना हो, या घर में कोई सामान लेना हो. पापा कहते कि – तोहने मूर्ख हवा, ब्यूटिया बताई ठीक से! या वो के पता होई.
कभी-कभी तो ब्यूटी दी से ईर्ष्या भी होती कि पापा हमसे क्यों नहीं पूछते कि घर पर कौन सा काम होगा या नहीं. अब लगता है कि हम उस काबिल थे ही नहीं. दीदी की शादी के कुछ साल पहले ही घर में बंटवारा हुआ. मैंने पहली बार अनुभव किया था कि मेरी दादी मां जिस परिवार के जिम्मेदारियों का बोझ कई दशकों से ढोती चली आ रहीं है. उसमें एक धड़ा चंद कागजी टुकड़ों के सामने उस बोझ को हल्का कर देगा. मैंने अपनी आंखों से अपनी दादी के संघर्षों को देखा है और जिया भी है.
ब्यूटी दी और दादी यानी बड़की माई के बाॅन्डिंग की बात ही निराली थी. ब्यूटी दी को बड़की माई बहुत मानती. कहतीं ईहै त हमार राजकुमारी बांटी. ब्यूटी दी की विदाई और उससे पहले हुए घर के बंटवारे के बाद दादी बीमार रहने लगीं. वजह साफ था कि कुछ लोगों की मनमर्जियों के एवज में उनके सपनों का घर तितर-बितर हो गया था और उनकी राजकुमारी अपने ससुराल विदा हो गई थी. आप हर जन्म में हमारी बड़ी दीया बनना. राखी की शुभकामनाएं दी!
बहुत अच्छा लेख धन्यवाद. I’m also a big fan of writing down goals and keeping up with them for that very same reason–to see my progress and get encouraged to keep going. If there’s no feeling of progress, then motivation can dwindle before you accomplish what you set out to. Great article!
LikeLiked by 1 person