बहुत दिन से सोच रहा हूं कि कुछ ना बोलूं. लेकिन अब पानी सिर से ऊपर बह रहा है. कंगना जी! मुझे बस इतना बताइए कि सिर्फ़ आप ही भारत की बेटी हैं, जिसे सुरक्षा देने का जिम्मा अमित शाह ने उठाया है? और सुशांत सिंह राजपूत को ही इस देश में न्याय मिलना चाहिए. क्योंकि आप दोनों हिंदी सिनेमा में कलाकार हो.
अगर ये लोकतंत्र है और यहां हरेक के जान की कीमत बराबर है, तो सबके लिए न्याय का अधिकार एकसमान होना चाहिए. क्या ये सच नहीं है कि भारत में लाखों किसान और काबिल युवा सरकारी नीतियों से तंग आकर जान दे देते हैं. क्या उनके जान की कीमत नहीं होती. पुलिस स्टेशनों में गुहार लगाने के बाद भी सरेआम हत्याएं हो जाती हैं. यही आपके अमित शाह चूं तक नहीं करते. आपको इतना झटपट वाई कैटेगरी की सुरक्षा इसलिए दे दी गई क्योंकि आप बीजेपी के लिए फायदे का सौदा साबित होने लगी हैं.
आज का ही अखबार उठा कर पढ़ लीजिए. आपकी हिम्मत नहीं होगी न्याय की बात करने की. कोरोनाकाल में स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था नाकाफी रहने पर सुशांत सिंह राजपूत के घर की तरह ही बहुतेरे आंगन सूने हो रहे हैं, उनको न्याय नहीं मिलना चाहिए. बाढ़ में जिनके घर बह गये, फसलें बर्बाद हो गई, उनको न्याय मिलना चाहिए कि नहीं. यूपी में अपराधी पुलिस को चेतावनी देकर कत्ल कर देते हैं, अमित शाह वाई कैटेगरी तो छोड़िए. पूछने तक नहीं जाता कोई पुलिसकर्मी की आपको किसी पर संदेह तो नहीं.
ये भारत में ही संभव है कि एक वैश्विक महामारी के बीच टीवी चैनलों पर कंगना रनौत और सुशांत राजपूत पर लगातार कवरेज दिया जा रहा है!