मै, अभिजीत पाठक उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिले आजमगढ़ से हूं. मैने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के समीप एक मशहूर विद्यालय गांधी इंचर कॉलेज, किशुनदासपुर से हासिल किया. विज्ञान को अपना मुख्य विषय रखा. हाईस्कूल से पहले मुझे जिन विषयों में काफी दिलचस्पी थी वे थे संस्कृत और सामाजिक विषय. इसके बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए मै आजमगढ़ शहर के सबसे नामी-गामी कॉलेज शिब्ली नेशनल कॉलेज में दाखिल हुआ. गणित को मुख्य विषय के रूप में रखकर मैंने 2011 में इण्टरमीडिएट किया.
मेरा विजन हमेशा से यही रहा कि मुझे सामाजिक कार्य करना होगा. अपने जीवन के गोल तक कैसे पहुंचा जाये इसके लिए मैंने किताबो का सहारा लिया. मेरे घर पर आपको विभिन्न प्रकार की किताबें मिल जायेंगी जिससे बहुत कुछ सीखा जा सकता है. मैने अपने जीवन में सबसे ज्यादा पिताजी से ही सीखा. पापा मैने सीखा कि जीवन में आपको सारी चीजें मिलेंगी बस प्रयासरत रहिए. पापा ने मुझे 2 साल विद्यालय में पढ़ाया है लेकिन मैने उनसे कई सारी चीजें उनसे घर पर ही सीखा.
अब बात आ गई निर्णय लेने की आगे क्या करना है. मेरे साथ के सारे लोग या तो इंजीनियरिंग करने चले गए. या कोई और रास्ता इख्तियार कर लिया. आपको बता दूं कि मै जिस बिषय में वीक होता था उसी को आगे के लिए चुनता था. जैसे हाईस्कूल में गणित में कम नम्बर मिला लेकिन मै इतना जिद्दी था कि उसी को इण्चरमीडिएट में मुख्य विषय रखा. इण्टरमीडिएट में मेरा सबसे कम नम्बर विज्ञान मे था लेकिन मैने ग्रेजुएशन में फिजिक्स और केमेस्ट्री लिया या मै चाहता तो आर्ट साइंस में ग्रेजुएशन कर सकता था लेकिन आज तक मेरे इस स्वभाव को मै भांप नहीं पाया.
अब तक का इन्ट्रो अभी समाप्त करता हूं .