वेद, दुनिया के प्राचीन साहित्य हैं. इसी वजह से मैं कुछ दिनों से इसका अध्ययन कर रहा हूं. नवजागरण काल में दयानंद सरस्वती ने आह्वान करते हुए कहा था कि वेदों की ओर लौटो. ऋग्वेद के 189 सूक्त अग्निदेव को समर्पित हैं. इसे पढ़ने के बाद मुझे जो कुछ समझ आया नीचे बता रहा हूँ.Continue reading “वेद: समग्र अध्ययन भाग-1”
Category Archives: धर्म
धर्म अगर प्रेमारुढ़ होगा तो उसका अस्तित्व बच सकता है!
मुझे नहीं लगता कि प्रेम और आस्थाएं दो अलग चीजें हैं. जिस किसी में हमारी आस्थाएं सन्निहित होती हैं, उससे हम प्रेम ही तो करते हैं. उसके आदर्श कर्मों को धर्म मानकर पालन करते हैं. हनुमान की आस्था राम में थी. हनुमान राम से अपार प्रेम करते थे. यहां तक हनुमान उनके अंतर्मन की गहराइयोंContinue reading “धर्म अगर प्रेमारुढ़ होगा तो उसका अस्तित्व बच सकता है!”
नेहरू से एजेंडा सोनिया पर आया!
देश में सांप्रदायिक आधार पर भेदभाव की मनाही है. नेताओं को सीधे तौर पर हेटस्पीच ना देने को कहा गया है, वे नहीं मानते. पत्रकारों के लिए मीडिया एथिक्स और लाॅ है. वे नहीं फाॅलो करते. एजेंडा और न्यूज़ में बहुत बड़ा फासला है. बता दिया गया कि पालघर हत्याकांड एक अपराध है और उसमेंContinue reading “नेहरू से एजेंडा सोनिया पर आया!”
12 जनवरी की डायरी से
भारतीय मनीषी और दिग्गज विचारक स्वामी विवेकानंद का नाम दिमाग में आते ही मन हजारों प्रेरणाओं से भर जाता है. ऐसा लगता है कि जिस रामकृष्ण मिशन के अनुशासन को पालते हुए उन्होंने दुनिया को नैतिक बोध और सात्विक धर्म का संदेश दिया, वो आज भी करोड़ों लोगों को मार्गदर्शन करता है. अपने परिवेश मेंContinue reading “12 जनवरी की डायरी से”
ये दोयम दर्जे की सोच आपको नेस्तनाबूत कर देगी !
आगरा में कुछ लोगों ने मुहर्रम के जुलूस के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए. मुहर्रम मनाने के लिए कोई जरुरत नहीं थी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने की. बड़े शर्म की बात है कि कोई भारतीय मुसलमान उस मुल्क के प्रति वफादारी बरतना चाहता है जिसका जमीर मर चुका है. अभी तक आईएसआईएस केContinue reading “ये दोयम दर्जे की सोच आपको नेस्तनाबूत कर देगी !”
‘ताजमहल’ के हिन्दू शिवमन्दिर होने के पक्ष में इतिहासकार ओक के तर्क
पीएन ओक ने अपनी किताब “ताजमहल ए हिन्दू टेम्पल” में 100 से भी अधिक कथित प्रमाण और तर्क देकर दावा किया है कि ताजमहल वास्तव में शिव मन्दिर था। जिसका असली नाम ‘तेजोमहालय’ था। ओक साहब यह भी मानते हैं कि इस मन्दिर को जयपुर के राजा मानसिंह(प्रथम) ने बनवाया। जिसे तोड़कर ताजमहल बनाया गया।Continue reading “‘ताजमहल’ के हिन्दू शिवमन्दिर होने के पक्ष में इतिहासकार ओक के तर्क”
इतने समुदायों में बंटा है इस्लाम धर्म.
सभी मुसलमानों का मानना है कि अल्लाह एक हैं, मुहम्मद साहेब उसके आखिरी पैगंबर और कुरआन आदमजाद की आखिरी किताब हैं. जो इस्लाम का सलाहगार हैं. तो फिर ऐसा क्यों हैं कि शिया और सुन्नी मुसलमान का रास्ता एक दूसरे का उल्टा हैं. जिस इस्लाम में शांति का जिक्र हैं उसमें कट्टरता काContinue reading “इतने समुदायों में बंटा है इस्लाम धर्म.”
अहमदिया इस्लाम, जिसको पाकिस्तान आधिकारिक रूप से खारिज कर चुका है.
अहमदिया इस्लाम- हनफी इस्लामिक कानून को मानने वाले मुसलमानों का एक तबका अहमदिया कहलाता हैं. इस समुदाय की स्थापना भारतीय पंजाब के कादियान में मिर्जा गुलाम अहमद ने 1889 में की थी. इन लोगों के मुताबिक मिर्जा गुलाम अहमद खुद नबीं का ही अवतार थे. अहमदिया मुसलमानों के मुताबिक मिर्जा गुलाम अहमद इस्लाम के अंतिमContinue reading “अहमदिया इस्लाम, जिसको पाकिस्तान आधिकारिक रूप से खारिज कर चुका है.”
धर्म की पाबंदियों को तोड़ देने की जरुरत
क्या ऐसा नहीं हो सकता है कि सुबह गंगा में डुबकी लगाई जाये, प्रार्थना के लिए मस्जिद में नमाज़ अदायगी हो, संध्यावंदन के लिए गुरुद्वारे जाया जाये और अध्यात्म की सीख चर्च में मिले. धर्म का मतलब है जिसे कोई इंसान स्वेच्छा से अपना सके, धर्म की पाबंदी किसी के द्वारा किसी के ऊपर थोपीContinue reading “धर्म की पाबंदियों को तोड़ देने की जरुरत”
‘तथाकथित’ बाबरी मस्जिद
किशोर कुणाल की किताब AYODHYA REVISITED में बाबरी मस्जिद और रामजन्मभूमि का बहुत ही बारीकी के साथ विश्लेषण किया गया है. अपने मिथकों से इतिहास बदलने वाले लोगों को ये किताब जरूर पढ़नी चाहिए क्योंकि कुछ लोगों की बातों का कोई ही सिरा होता नहींं। वे हवा में सुनी सुनाई बात को मुद्दा बनाते हैंContinue reading “‘तथाकथित’ बाबरी मस्जिद”