दुनिया की आधी दौलत G-7 के 7 सदस्य देशों के पास है, बाकी 188 देशों के पास आधी दौलत. आर्थिक विषमता के यही अगुवा देश दुनिया के हित का नाम लेकर ब्रिटेन के कार्नवाल काउंटी में इकट्ठा हुए हैं. G-7 के सदस्य देश दुनिया की आधी दौलत हड़प कर बैठे हैं; वहीं आधी दुनिया भूखमरी,Continue reading “47वें G-7 शिखर सम्मेलन पर मेरी प्रतिक्रिया”
Category Archives: भारत
बहुत निराला वो आजमगढ़ है!
नये सफर के पड़ाव पर हम,पुराने पल को पलट रहे हैं.मेरे ज़ेहन के दीवार पर;उस शहर की मिट्टी पटी पड़ी है!जहां पर मैंने जनम है पाया,जहां की माटी को सिर लगाया.हुआ बड़ा जिस जगह का खाकर,बहुत निराला वो आजमगढ़ है.मेरे लड़कपन का जो शहर है. बहुत ही अद्भुत जमीं है अपनी,अत्रि मुनी की तपस्थली है.अनुसूइयाContinue reading “बहुत निराला वो आजमगढ़ है!”
नेहरू से एजेंडा सोनिया पर आया!
देश में सांप्रदायिक आधार पर भेदभाव की मनाही है. नेताओं को सीधे तौर पर हेटस्पीच ना देने को कहा गया है, वे नहीं मानते. पत्रकारों के लिए मीडिया एथिक्स और लाॅ है. वे नहीं फाॅलो करते. एजेंडा और न्यूज़ में बहुत बड़ा फासला है. बता दिया गया कि पालघर हत्याकांड एक अपराध है और उसमेंContinue reading “नेहरू से एजेंडा सोनिया पर आया!”
कितने धनी होते हैं ना किसान!
अर्थव्यवस्था दो शब्दों से मिलकर बनी है- अर्थ और व्यवस्था. आजकल सबकी ज़ुबान पर एक ही बात. अर्थव्यवस्था गिर रही है. कुछ आंकड़े इस पर भी आये हैं कि ये कहां और कितनी गिर रही है. इसकी गिरावट को देखकर लगता है कि इसके उत्थान में खूब मेहनत नहीं हुई होगी क्योंकि पापा कहते हैंContinue reading “कितने धनी होते हैं ना किसान!”
अर्णव गोस्वामी की भाषा निम्नस्तरीय है!
अर्णव गोस्वामी का आरोप है कि सोनिया गांधी ने पालघर हत्याकांड पर ट्वीट नहीं किया, मगर वो ट्विटर पर हैं ही नहीं. अर्णव गोस्वामी को संदेह है कि सोनिया गांधी इटली पत्र लिखकर इस बात की वाहवाही लूटेंगी कि हमने महाराष्ट्र में सरकार बनाते ही संतों की हत्या करवा दी. लेकिन हकीकत ये है किContinue reading “अर्णव गोस्वामी की भाषा निम्नस्तरीय है!”
कैमरे के सामने समाज सेवा की कैपचरिंग ?
मैं सोच रहा हूं कि अगर जोहन जान ने कैमरे का आविष्कार ना किया होता तो जिन जरूरतमंदों का लोग थोड़ा बहुत ख्याल रख रहे हैं, वे भूखों मर जाते. कोरोना संकट के दौरान ज्यादातर लोग खाने के पैकेट के साथ कैमरा ले जाना नहीं भूलते. समाज सेवा का ये तरीका नवजागरण काल के मसीहाओंContinue reading “कैमरे के सामने समाज सेवा की कैपचरिंग ?”
12 जनवरी की डायरी से
भारतीय मनीषी और दिग्गज विचारक स्वामी विवेकानंद का नाम दिमाग में आते ही मन हजारों प्रेरणाओं से भर जाता है. ऐसा लगता है कि जिस रामकृष्ण मिशन के अनुशासन को पालते हुए उन्होंने दुनिया को नैतिक बोध और सात्विक धर्म का संदेश दिया, वो आज भी करोड़ों लोगों को मार्गदर्शन करता है. अपने परिवेश मेंContinue reading “12 जनवरी की डायरी से”
देश की आर्थिक हकीकत (1)
जिस देश में 86 फीसदी निजी संपत्ति सोने और जमीन के रूप में हो और महज 14 फीसदी नकदी ही वित्तीय निवेश में आ पाई हो, वहां आर्थिक सुधार(नोटबंदी) भ्रष्टाचार का भला क्या बिगाड़ सकती है। अब इस फेहरिस्त को समझना होगा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रयोग कहीं जाया तो नहीं चलाContinue reading “देश की आर्थिक हकीकत (1)”
ये दोयम दर्जे की सोच आपको नेस्तनाबूत कर देगी !
आगरा में कुछ लोगों ने मुहर्रम के जुलूस के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए. मुहर्रम मनाने के लिए कोई जरुरत नहीं थी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने की. बड़े शर्म की बात है कि कोई भारतीय मुसलमान उस मुल्क के प्रति वफादारी बरतना चाहता है जिसका जमीर मर चुका है. अभी तक आईएसआईएस केContinue reading “ये दोयम दर्जे की सोच आपको नेस्तनाबूत कर देगी !”
‘ताजमहल’ के हिन्दू शिवमन्दिर होने के पक्ष में इतिहासकार ओक के तर्क
पीएन ओक ने अपनी किताब “ताजमहल ए हिन्दू टेम्पल” में 100 से भी अधिक कथित प्रमाण और तर्क देकर दावा किया है कि ताजमहल वास्तव में शिव मन्दिर था। जिसका असली नाम ‘तेजोमहालय’ था। ओक साहब यह भी मानते हैं कि इस मन्दिर को जयपुर के राजा मानसिंह(प्रथम) ने बनवाया। जिसे तोड़कर ताजमहल बनाया गया।Continue reading “‘ताजमहल’ के हिन्दू शिवमन्दिर होने के पक्ष में इतिहासकार ओक के तर्क”