पुरबिया लोक आध्यात्म: जहां बादल नहीं ‘भगवान’ बरसते हैं!

वैसे तो भारत की सभी लोग संस्कृतियां खास हैं लेकिन पूरबिया, लोक संस्कृति में पला बढ़ा. इस नाते इसे ज्यादा करीब से जानने समझने का मौका मिला. यहां बादल नहीं बरसते, भगवान बरसते हैं. सूखे की स्थिति में आप आसानी से किसी मुंह ये जरूर सुन पाएंगे कि ‘अब त बरस दा भगवान’. बच्चे भगवानContinue reading “पुरबिया लोक आध्यात्म: जहां बादल नहीं ‘भगवान’ बरसते हैं!”