आपने कभी सोचा है कि इस्लामिक आतंकी समूह तालिबान के पास इतने हथियार कहाँ से आते हैं? जवाब सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. जी हाँ, अमेरिका, तालिबान को हथियार देता है!
राॅबर्ट क्रूज़ जोकि स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी में बतौर एक्सपर्ट कार्यरत हैं. उन्होंने वाशिंगटन पोस्ट के एक इंटरव्यू में इसका खुलासा किया. उन्होंने तालिबान को हथियार कहाँ से मिलते हैं? के जवाब में कहा कि तालिबानी, अमेरिका के सहयोग से मिले अफगानिस्तान के सैनिकों और पुलिस अधिकारियों के हथियारों को छीन लेते हैं.
सेना के कुछ कर्नल और पुलिस अधिकारियों की तालिबान से मिलीभगत है. वो भी तालिबान को अमेरिका से मिले हथियार सौंप देते हैं और इसी मिलीभगत का नतीजा है कि आज तालिबान के एक लाख से भी कम आतंकी अफगानिस्तान के चार गुना सैनिकों पर भारी पड़ गये.
अमेरिका के अलावा भी कुछ देश और आतंकी समूह तालीबान को हथियार देते हैं. 2018 में अमेरिका ने रूस पर तालिबान को हथियार सप्लाई करने का आरोप लगाया था. बीबीसी के एक इंटरव्यू में तत्कालीन जनरल जाॅन निकोलसन ने ये दावा किया था कि रूस तालिबान को लड़ाकू हथियार देता है. जो ताजिकिस्तान के रास्ते आतंकियों तक स्मगलिंग के जरिये पहुंचता है. लेकिन अमेरिका के जनरल के इस दावे में कोई ठोस सबूत ना होने की दशा में रूस ने इसे खारिज़ कर दिया था.